मरने के बाद मेरे ,
निकाल लेना मेरी आँखें
और ये मेरा दिल भी ,
हो सके तो निकाल लेना
मेरे जिस्म का हरेक अंग
और दे देना उसे ,
जिसे हो इसकी जरूरत जरा सी भी,
कि आँखों से मेरी देखेगा
संसार कोई और भी,
कि मेरे दिल मे भरा बेइन्तहा प्यार,
लुटायेगा कोई और भी।
कि मरने के बाद भी
जिन्दा रहूँगा मैं,
कइयो की देह में।
कि एक देह खोकर
होंगे कई देह मेरे।
निकाल लेना मेरी आँखें
और ये मेरा दिल भी ,
हो सके तो निकाल लेना
मेरे जिस्म का हरेक अंग
और दे देना उसे ,
जिसे हो इसकी जरूरत जरा सी भी,
कि आँखों से मेरी देखेगा
संसार कोई और भी,
कि मेरे दिल मे भरा बेइन्तहा प्यार,
लुटायेगा कोई और भी।
कि मरने के बाद भी
जिन्दा रहूँगा मैं,
कइयो की देह में।
कि एक देह खोकर
होंगे कई देह मेरे।
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